बच्चों में सर्दी खांसी और जुकाम का इलाज कैसे करें
मौसम के उतार-चढ़ाव के साथ, सर्दी खांसी और जुकाम के परेशान करने वाले लक्षणों का अनुभव होना असामान्य नहीं है। ये लक्षण अक्सर गले में दर्द और यहां तक कि खतरनाक फ्लू का कारण बनते हैं। हालाँकि सर्दी खांसी और जुकाम साल के किसी भी समय हो सकती है, लेकिन इन छोटी-मोटी बीमारियों के लिए पेशेवर चिकित्सा सहायता लेना हमेशा आवश्यक नहीं होता है। वास्तव में, हमारी अपनी रसोई ऐसी सामग्रियों से भरी हुई है जो प्रभावी राहत प्रदान कर सकती हैं। आज के आधुनिक युग में भी, कई भारतीय सर्दी और खांसी होने पर रसोई के इन सामानों पर निर्भर रहते हैं। ये सामग्रियां न केवल इन बीमारियों का इलाज प्रदान करती हैं बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती हैं। हमारी रसोई अनगिनत घरेलू उपचारों से भरी हुई है जो सर्दी खांसी और जुकाम से होने वाली परेशानी को आसानी से कम कर सकती हैं। आइए हम इन अमूल्य घरेलू उपचारों को साझा करें जो सर्दी खांसी और जुकाम के लिए रामबाण इलाज (Home Remedies For Cough) के रूप में काम करते हैं।
सर्दी खांसी और जुकाम लगना कई कारणों से हो सकता है। कुछ लोगों को मौसम बदलने पर सर्दी हो जाती है, जबकि अन्य लोग इसके लिए ठंडी खाने या उमस भरी जगह पर रहने को जिम्मेदार मानते हैं। ज्यादातर लोग जब खराब महसूस करते हैं तो बस कुछ गोलियां खा लेते हैं, लेकिन आप सर्दी पर काबू पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार भी आजमा सकते हैं।
अदरक
शहद एक बहुमुखी घटक है जिसका विभिन्न तरीकों से सेवन किया जा सकता है, जिससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। उदाहरण के लिए, अदरक के साथ शहद का मिश्रण गंभीर खांसी के लिए एक रामबाण उपाय है। यह प्राकृतिक मिश्रण सर्दी के लक्षणों से राहत दिलाने मदद करती है। अदरक की चाय, जो अपने कई औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है, कई भारतीय घरों में प्रमुख बन गई है क्योंकि यह अक्सर दिन की शुरुआत करने के लिए पहला पेय होता है। यह न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। अदरक की चाय पीने से सर्दी खांसी और जुकाम, फ्लू जैसी सामान्य बीमारियों से राहत मिल सकती है। यह बहती नाक को नियंत्रित करने और कफ को साफ करने में मदद करती है। सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करने के लिए अदरक और नमक एक बेहतरीन संयोजन है। अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर नमक के साथ मिलाकर आप एक शक्तिशाली उपाय बना सकते हैं। इस मिश्रण का सेवन करने से न सिर्फ आपका गला साफ होगा बल्कि सर्दी-खांसी पैदा करने वाले कीटाणु भी मर जाएंगे। अदरक का प्राकृतिक रस आपके गले को आराम देने में मदद करेगा, जबकि नमक एक एंटीसेप्टिक के रूप में काम करेगा, जो हानिकारक कीटाणुओं को प्रभावी ढंग से खत्म करेगा।
काली मिर्च
काली मिर्च का उपयोग करने से सर्दी खांसी और जुकाम से राहत मिल सकती है। अगर आप काली मिर्च के पाउडर को शहद के साथ चाटेंगे तो इससे बंद नाक से राहत मिल सकती है। आप आधा चम्मच काली मिर्च पाउडर और एक चम्मच मिश्री मिला लें, फिर इसे गर्म दूध के साथ दिन में दो बार पियें। सर्दी खांसी के इलाज के लिए सरसों का तेल भी मददगार है। नाक संबंधी किसी भी समस्या से बचने के लिए सोने से पहले प्रत्येक नाक में बादाम तेल या सरसों के तेल की दो बूंदें डालें।
तुलसी
तुलसी, जिसे सर्दी खांसी और जुकाम के लिए एक चमत्कारी प्राकृतिक उपचार मानी जाती है। इसके अनगिनत फायदों के कारण इसे पारंपरिक खांसी की दवा के रूप में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। खांसी से राहत के लिए इसकी पत्तियों से निकाले गए रस का सेवन सबसे प्रभावी तरीका है। खांसी के प्रभावी इलाज में यह उपाय अत्यधिक फायदेमंद साबित हुआ है। सर्दी में तुलसी अमृत के समान परिणाम देती है। खांसी-जुकाम के लिए 5-7 पत्तों को पीसकर पानी में डालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को पी लें. अगर आपकी नाक बंद है तो तुलसी की पत्तियों को टिश्यू में रखकर सूंघने से आपकी नाक खुल कर राहत मिलेगी। सर्दी खांसी और जुकाम होने पर छोटे बच्चों को अदरक-तुलसी के रस की 6-7 बूंदें शहद में मिलाकर चटाएं। यह बंद नाक को साफ़ करने और बहती नाक को रोकने दोनों में मदद करता है।
गुनगुना पानी
सर्दी खांसी और जुकाम से निपटने के लिए गुनगुना पानी पीने की अत्यधिक सलाह दी जाती है। गुनगुने पानी में सामान्य सर्दी, खांसी और गले की खराश से निपटने की क्षमता होती है। यह गले में सूजन को कम करने में मदद करता है और शरीर से संक्रमण को खत्म करता है,
हल्दी और दूध
एक गिलास गर्म दूध में एक छोटी चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और पिएं। इससे नाक में और गले की खराश से राहत मिलती है। नाक से पानी बहना बंद हो जाता है।
काढ़ा
1-2 छोटे टुकड़े अदरक, 2 काली मिर्च, 4 लौंग और 5-7 ताजी तुलसी की पत्तियां पीस लें। इन्हें एक गिलास पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा गिलास न रह जाए, फिर इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें। आप अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी सर्दी खांसी और जुकाम से राहत पा सकते हैं। अगर आपको कफ वाली खांसी है तो आप दूध में अदरक उबालकर पी सकते हैं। बहती नाक के लिए अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े देसी घी में भूनकर, पीसकर दिन में 3-4 बार खाएं। इससे समस्या कम करने में मदद मिलेगी.
अलसी
एक छोटी चम्मच मेथी और अलसी के बीज लें और उन्हें एक गिलास पानी में उबालें। एक बार जब यह उबल जाए, तो बस मिश्रण की कुछ बूंदें प्रत्येक नाक में डालें। यह आपके सर्दी के लक्षणों को कम करने में मदद करेगा। अलसी, एक अन्य शक्तिशाली प्राकृतिक घटक, का उपयोग सर्दी खांसी और जुकाम के लक्षणों को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। अलसी के बीजों को गाढ़ा होने तक उबालने और फिर उस मिश्रण में नींबू का रस और शहद मिलाने से खांसी से काफी राहत मिल सकती है। इस मिश्रण का नियमित सेवन प्रभावी ढंग से खांसी से लड़ सकता है और श्वसन स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। जिससे असुविधा से राहत मिलती है।
निष्कर्षतः, ये प्राकृतिक उपचार, जैसे तुलसी, अलसी, गुनगुना पानी, अदरक और नमक, खांसी और सर्दी के इलाज में अत्यधिक प्रभावी हो सकते हैं। इन उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से असुविधा से राहत मिल सकती है और उपचार प्रक्रिया में मदद मिल सकती है।